Copy or Branded:क्या आपने भी दे दिया कॉपी आइटम का ब्रांडेड जितना पैसा? ऐसे जानें क्या है कॉपी और क्या है ब्रांडेड

Copy or Branded: आज के समय में जूते, कपड़े, बैग्स आदि के ब्रांडेड और कॉपी दोनों बाजार में आते हैं तो आप जाने की असली ब्रांड और नकली ब्रांड में अंतर कैसे पता करें

आज के समय में बहुत से लोग अपने जूते, कपड़े, बैग्स इत्यादि ब्रांडेड खरीदना पसंद करते हैं मगर इनकी कीमतें ज्यादा होने की वजह से कई लोग इन्हें अफोर्ड नहीं कर सकते तो वह मार्केट में इन्हीं ब्रांड की मिलने वाली फर्स्ट कॉपी खरीद लेते हैं जो बिलकुल वैसी ही दिखती है मगर उनकी कीमतें कम होती है। मगर कुछ लोग ठगी में आकर ओरिजिनल चीज के पैसे देकर फर्स्ट कॉपी खरीद लेते हैं और उन्हें अच्छी रकम देने के बाद भी ओरिजिनल चीज़ नहीं मिल पाती। आज के समय में गुची, पराडा, एडिडास जैसे सभी बड़ी ब्रांच की कॉपियां बाजार में उपलब्ध है । इसलिए आज हम जानेंगे कि असली ब्रांड और उनकी कॉपी में अंतर कैसे पता करें

ब्रांडेड और कॉपी का जाने फ़र्क:

पैकेजिंग: ब्रांडेड सामान की खासियत यह भी होती है कि वह बहुत अच्छी तरीके से पैक होते हैं। उनकी पैकेजिंग हाई क्वालिटी की होती है ।जिसमें कई लेयर्स होते हैं । ब्रांडेड सामान अंदर से पूरी तरीके से फिट होते हैं ताकि वह सुरक्षित रह सके। कंपनियां पैकेजिंग पर अच्छा खासा खर्च करती है। ब्रांडेड चीजों की एक ये पहचान होती है जबकि बाजार में मिलने वाली इन्हीं ब्रांड की कॉपी की पैकेजिंग बहुत नॉर्मल होती है।

क्वालिटी:

चाहे जूते हो या बैग्स हो या फिर जैकेट हो उसके चमड़े की क्वालिटी से पता चल सकता है कि वह ओरिजिनल है या फिर नकली। इसे पहचानने के लिए आप बैग या जैकेट के सतह पर अपना हाथ चलाएं और देखे कि इसकी बनावट अगर चिकनी और समान है तो यह उत्पाद नकली होने की संभावना बहुत अधिक होती है। असली चमड़े की बनावट थोड़ी आसमान होती है और अगर वस्तु नई है तो उसमें चमड़े की गंध भी आती है ।

ब्रांड का लोगो:

किसी भी वस्तु का असली या नकली होने का पता करने का सबसे आसान तरीका है , उस कंपनी के ब्रांड का लोगो देखना। कंपनी के ब्रांड के लोगों से आसानी से पता लग सकता है कि यह ओरिजिनल ब्रांड है या फिर नकली। जब आप यह चेक करते हैं तो आपको यह पता होना चाहिए कि कंपनी के नाम या लोगो से किसी तरीके की कोई डिटेल गायब न हो । बड़े ब्रांड में लोगों मेटल या फिर चमड़े के होते हैं लेकिन नकली ब्रांड पर केवल लोहे की मुहूर लगी होती है। इसलिए ब्रांडेड वस्तु खरीदते समय लोगो जरुर चेक करें।

सिलाई:

ब्रांडेड वस्तु की सिलाई नकली वस्तुओं की तुलना में बहुत ज्यादा अच्छी होती है। ब्रांडेड वस्तुओं पर सिलाई सीधी और टांके बहुत बेहतर तरीके से लगाए होते हैं जबकि नकली वस्तुओं पर सिलाई कम होती है और उनके काम में सफाई भी इतनी अच्छी नहीं होती है ।

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